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Showing posts from March, 2020

हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल में क्या क्या पढाई होती थी?

आखिर इस स्वतंत्र भारत में गुरुकुलों की स्थापना क्यों नहीं हुई? बाबाओं ने आश्रम बना दिये, मठ बना दिये, चंदे के बलपर बड़े बड़े प्रकल्प चलने लगे, लेकिन गुरुकुलों से दूरी क्यों बनी हुई है? इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे, आइए जानते हैं हमारे गुरुकुल कैसे बन्द हुए। हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल में क्या क्या पढाई होती थी ? 01 अग्नि विद्या (Metallurgy)  02 वायु विद्या (Flight)  03 जल विद्या (Navigation)  04 अंतरिक्ष विद्या (Space Science)  05 पृथ्वी विद्या (Environment)  06 सूर्य विद्या (Solar Study)  07 चन्द्र व लोक विद्या (Lunar Study)  08 मेघ विद्या (Weather Forecast)  09 पदार्थ विद्युत विद्या (Battery)  10 सौर ऊर्जा विद्या (Solar Energy)  11 दिन रात्रि विद्या  12 सृष्टि विद्या (Space Research)  13 खगोल विद्या (Astronomy)  14 भूगोल विद्या (Geography)  15 काल विद्या (Time)  16 भूगर्भ विद्या (Geology Mining)  17 रत्न व धातु विद्या (Gems & Metals)  18 आकर्षण विद्या (Gravity)  19 प्रकाश विद्या (Solar Energy)  20 तार विद्या (Communication) 

हिन्दू शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई - हिन्दू शब्द किसकी देन है

हिन्दू शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई? - हिन्दू शब्द किसकी देन है? संस्कृत—>सिंधु पारसीक— हीन्दू (हिन्दू नहीं) फारसी— हिन्दू ग्रीक—ईण्डुस लैटिन—ईण्डुम चीनी— यिन्दू तमिळ—सिंतु कज़ाख— ईन्द रशियन— ईन्द किरगीज़— ईन्द सिंहली— ईन्दू अर्थात् सिंधु नदी पर बसे हुए लोगों के लिए ही हिन्दू शब्द प्रचलित किया विदेशियों ने । ये शब्द पारसीकों ने ही प्रयुक्त किया सर्व प्रथम । इस नाम में प्रारम्भिक काल में कोई बुरा अर्थ नहीं था, पश्चाद्वर्ती समय में  जब ईस्लाम ईरान में आया तबसे अर्थ बदल दिया गया और शब्द कोषों में हिन्द का वासी,काला,काफिर,चोर,शराबी,कबाबी ऐसे अर्थ किये गये । यथा प्रथम आर्य और फिर वैकल्पिक रुप में हिन्दू शब्द का प्रयोग करना चाहिए । दोनों में से किसी का लोप न हो यही उचित रहेगा । ॐ शम् ~ जाम आर्यवीर 

अथ सृष्टि उत्पत्ति व्याख्यास्याम की माप तौल का उत्तर - सृष्टि काल गणना

🌞 अथ सृष्टि उत्पत्ति व्याखयास्याम की माप तौल का उत्तर – शिवनारायण उपाध्याय,२९ अक्तुम्बर २०१६ । 🌼  आचार्य दार्शनेय लोकेश द्वारा भेजा गया लेख ‘अथ सृष्टि उत्पत्ति व्यायास्याम की माप-तौल’ मुझे आज ही प्राप्त हुआ। लेख में आपने वितण्डा और छल का प्रयोग कर व्यर्थ उसका कलेवर बढ़ाकर पाठकों को भ्रमित करने का यत्न किया है। सृष्टि उत्पत्ति अथवा वेदोत्पत्ति के विषय में स्वामी दयानन्द की मान्यता के विरोध में लिखा गया यह पहला लेख नहीं है। इस विषय पर सर्वप्रथम रघुनन्दन शर्मा ने अपनी पुस्तक ‘वैदिक सपत्ति’ में सृष्टि उत्पत्ति का समय 1972949116 वर्ष (वर्तमान की स्थिति तक) पूर्व माना, परन्तु जान बूझकर उसे समझाने का प्रयत्न नहीं किया। उसके बाद आचार्य वैद्यनाथ शास्त्री ने जब वे सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा में पदाधिकारी बने, तब इसी विषय पर एक लेख लिख दिया और चूंकि वे सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा में थे, उनकी गणना को सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा ने स्वीकार कर लिया। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि के साप्ताहिक समाचार-पत्र पर भी उन्हीं की मान्यता के अनुसार तिथि छपने लग गई, परन्तु परोपकारिणी सभा अजमेर ने इसे

श्री राम का जन्म कब हुआ और कौन से युग में हुआ? - रामायण से प्रमाणित जवाब

🚩प्रियदर्शिन् आर्य श्री राम का जन्मदिवस🔥   भगवान् महर्षि वाल्मिकी मुनि अपनी अमर कृति "पौलस्त्यवध" अर्थात् रामायणम् में कहते हैं कि:   🔥 ततो यज्ञे समाप्ते तु ऋतुनां षट् समत्ययु: । ततश्च द्वादशे मासे चैत्रे नावमिके तिथौ ।। नक्षत्रेऽदितिदैवत्ये स्वोच्चसंस्थेषु पञ्चसु।  गृहेषु कर्कटे लग्ने वाक्पताविन्दुना सह।  कौसल्या जनयद्रामं दिव्यलक्षणसंयुतम् ।। (श्रीमद् वाल्मिकिय रामायणे बालकाण्डे नवम सर्गे ४-५|| श्लोक) प्रस्तोता:- विदुषामनुचर "जाम आर्य वीर" अर्थात् :- यज्ञ समाप्ति के पश्चात् छह (६) ऋतुएँ व्यतीय होने पर बारहवें (१२) मास में चैत्र की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र में जब पाँच ग्रह (सूर्य,मङ्गल,बृहस्पति, शुक्र और शनैश्चर) अपने उच्च स्थान में स्थित थे । कर्क लग्न में तथा चन्द्रमा के साथ बृहस्पति के उदय होने पर कौसल्या के गर्भ से श्री राम का जन्म हुआ । महाभारत शान्तिपर्व में श्री राम के जन्म विषय में कहा है :  "संध्येश समनुप्राप्ते त्रेतायां द्वापरस्य च।"   अर्थात् त्रेता और द्वापर की संधि में राम हुए । भगवान श्री राम का जन्म कब और किस युग मे

होली क्यों मनाई जाती है ? होलिका दहन के बारे में | Why do we Celebrate Holi

आज हम जानेंगे कि होली क्यों मनाया जाता है? और वैदिक होली किसे कहते है, वैदिक होली कैसे मनाई जाती है? होलिका scientific reason क्या है जानिए हिंदी में। होली ऐतिहासिक या प्राकृतिक पर्व ? Why do we celebrate Holi ?  Is this festival related to Historic event ? संस्कृत शिक्षा के अभाव में हमें वास्तविक तथ्यों का ज्ञान नहीं हो पाता । आइये जानें होली का यथार्थ (Real meaning of HOLI) अग्नि में भूने हुए अधपके फली युक्त फसल को होलक (होला) कहते हैं । अर्थात् जिन पर छिलका होता है जैसे हरे चने आदि ।  भारत देश में ऋतु के अनुसार, _दो मुख्य प्रकार की फसलें (Crops) होती हैं ।_ भारतीय फसलें तथा उनका वर्गीकरण - १. ख‍रीफ फसलें : धान, बाजरा, मक्‍का, कपास, मूँगफली, शकरकन्‍द, उर्द, मूँग, मोठ लोबिया (चँवला), ज्‍वार, तिल, ग्‍वार, जूट, सनई, अरहर, ढैंचा, गन्‍ना, सोयाबीन, भिण्डी २. रवि फसलें : गेहूँ, जौं, चना, सरसों, मटर, बरसीम, रिजका, मसूर, आलू, लाही, जंई । रवि की फसल में आने वाले सभी प्रकार के अन्न को होला कहते है । " वासन्तीय नवसस्येष्टि होलकोत्सव " वसन्त ऋतु में आई हुई रवि